एक बार एक बूढ़ा आदमी जिस ने शराब पी थी शाम को काम से वापिस घर लोट रहा था। अचानक वो मोटर साइकिल वाले से टकरा जाता है और नीचे गिर जाता है। यह देख मोटर साइकिल जल्दी से वहा से भाग जाता है। वो बूढ़ा वहा गिरा रहता है। आस पास के लोग खड़े हो तमाशा देखने लगते है कोई उसको नहीं उठाता।
तभी उस बूढ़े का बेटा उसको डुंडता भीड़ लगी हुई देखकर उधर आ जाता है और अपने बाप को नीचे गिरा हुआ देखकर जल्दी से उठाता है और घर चलने के लिऐ कहता है लेकिन बाप नही मानता। वो बूढ़ा लोगों को गालियां निकालने लगता और कहता है मैं गिर गिया लेकिन किसी ने मुझे उठाया नही और लोग खड़े होकर तमाशा देखते रहे। वहा खड़े लोग लड़के को कहते है बहू बेटियां इधर से गुजर रही है लेकिन जे गालियां निकालता जा रहा है इसको कहो गालियां निकालना बंद करें वरना हम अपने तरीके से बंद करा देंगे। लड़का अपने बाप के किए के लिए लोगों से माफी मांगता है और कहता है," पापा हम रोड पर हैं" आप इस तरह public में गालियां मत lनिकालो और घर चलो। लड़का बड़ी कोशिश करता है लेकिन उसका बाप नहीं मानता तो फिर वह अपने बाप से जबरदस्ती करने लगता है और इसी जबरदस्ती में वह अपने बाप को थप्पड़ लगा देता है। लोग उसे ऐसा करते देख कर कहने लगते हैं कितना बुरा लड़का है जो अपने बाप को मार रहा है तभी उन लोगों में से एक बूढ़ा आकर लड़के को डांटने लगता है और कहता है तुझे शर्म नहीं आती अपने पापा को मारते हुए। लड़का कहता आपने यह तो देखा मैंने अपने पापा को मारा लेकिन आपने यह नहीं देखा मैंने किस मजबूरी में अपने पापा को मारा। लड़का कहता है जैसे ये गालियां निकाल रहे हैं यदि मैं इनको ना मारू तो आप लोग इनको मारने लगोगे। वह मुझसे बर्दाश्त नहीं होगा फिर मैं आपसे लडूंगा। इससे अच्छा है मैं ही अपने बाप को समझाऊं। इतना कहते हुए उसकी आंखों में आंसू आने लगते है और वहां खड़े लोगों से कहता है आप क्या चाहते हो क्या मैं भी आपकी तरह खड़े होकर इनका जुलूस निकलता हुआ देखता रहूं, और जब आप लोग चले जाओ तो इनका हाथ पकड़कर इनको घर ले जाओ। लेकिन मुझे पता है यह मेरे पिताजी है इसलिए मैं भीड़ में से निकल कर इनके पास आया हूं और मान के चलो मैं आपके बीच खड़ा होकर इनको गालियां निकालते हुए देख रहा हूं और आपको पता चल जाता है कि इस बूढ़े का बेटा हमारे बीच ही खड़ा है तो फिर आप लोग मुझे क्या कहोगे।
मुझे सब पता है बाप क्या होता है मैंने भी बचपन में कई गलतियां की है, मेरे पिताजी जी मुझको समझाते थे जब मैं नहीं मानता था तो मुझको मारते भी थे।
लड़के की बात सुन बुढ़ा कहता हैं तेरे कहने का मतलब है अगर बाप नहीं समझता तो उसको मारना चालू कर दो। इसलिए तूने अपने बाप को मारा।
लड़का बूढ़े की बात सुनकर कहता है,"अंकल जी एक बेटा अपने बाप को दूसरो की मार से बचाने के लिए हाथ उठाता है न की समझाने के लिए। एक बेटे को अपने बाप पर जब हाथ उठाना पड़ता है तभ वह किस दर्द से गुजरता है ये आप लोग नहीं समझ पाओगे। क्योंकि दुनिया की तो आदत होती है दोनों तरफ बात करने की। इतना कहते हुऐ वह सबसे अपने पापा की तरफ़ से माफ़ी मांगने लगता है। और लोग बिना कुछ बोले वहा से जाने लगते है। चारों तरफ सन्नाटा छा जाता है। और वह अपने बाप का हाथ पकड़ कर चला जाता है।
लड़के ने सही किया या गलत प्लीज कमेंट में लिखना मत भूलना।
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